Advertisemen
आपने डिवाइस ड्राईवर के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन क्या आप जानते है कि ये डिवाइस ड्राईवर आखिर होता क्या है इसका क्या काम है तो आज हम इसी बारे में बात करेंगे डिवाइस ड्राईवर एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो हाई लेवल के कंप्यूटर प्रोग्राम को कंप्यूटर हार्डवेयर डिवाइसेस से इंटर कनेक्ट करता है और कंप्यूटर से जुड़े सभी हार्डवेयर को कण्ट्रोल भी करता है इसे हम आम बोलचाल की भाषा में सॉफ्टवेयर ड्राईवर भी कहते है जैसे साउंड ड्राईवर, लेन ड्राईवर, मदर बोर्ड ड्राईवर आदि सभी हार्डवेयर डिवाइस का अपना सॉफ्टवेयर ड्राईवर होता है जिसकी सहयता से ये डिवाइस कंप्यूटर से कनेक्ट होती है सही ड्राईवर न मिलने के कारण आपका हार्डवेयर ठीक प्रकार से काम नहीं कर पाता है, आपने ये ध्यान दिया होगा की जब भी आप अपने कंप्यूटर से कोई नया हार्डवेयर जैसे प्रिंटर या स्कैनर आदि अटेच करते है तो हमें उस हार्डवेयर का ड्राईवर सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करना पड़ता है उस हार्डवेयर के सही ड्राईवर से उस हार्डवेयर से सम्बंधित समस्या दूर हो जाती है डिवाइस ड्राईवर सॉफ्टवेयर डिवाइस से कम्यूनिकेट करने के लिए ज्यादातर कंप्यूटर बस या कम्युनिकेशन सब सिस्टम का प्रयोग करता है अब भी कोई कालिंग प्रोग्राम ड्राईवर के रूटीन को एक्सेस करता है तो ड्राईवर द्वारा सम्बंधित डिवाइस के लिए कमांड दे दिया जाता है जब डिवाइस द्वारा ड्राईवर को वापस डाटा भेजा जाता है तब जाकर ड्राईवर ओरिजिनल कालिंग प्रोग्राम का रूटीन को इनवोक करता है ये ड्राइवर्स आमतोर पर हार्डवेयर डिपेंडेंट होते है साधारण भाषा में कहा जाये तो यह एक प्रकार से हार्डवेयर डिवाइस एप्लीकेशन या ऑपरेटिंग सिस्टम के बीच ट्रांसलेटर का काम करता है जब कोई हार्डवेयर जैसे माउस कीबोर्ड, प्रिंटर आदि ख़रीदा जाता है तो उस हार्डवेयर को बनाने वाली कम्पनी के द्वारा उस हार्डवेयर से सम्बंधित ड्राईवर उस हार्डवेयर के साथ उपलब्ध कराया जाता है जैसे ही आप अपने कंप्यूटर में कोई हार्डवेयर को कनेक्ट करते है तो हमें उस हार्डवेयर का ड्राईवर इनस्टॉल करना पड़ता है जो आपके ऑपरेटिंग सिस्टम को बताता है कि उस डिवाइस से किस प्रकार कम्यूनिकेट करना है सम्बंधित हार्डवेयर के ड्राईवर की सहयता से आप उसके साथ फ़ोल्डर्स का उपयोग कर सकते है किसी भी अन्य फाइल की तरह ही ड्राईवर सॉफ्टवेयर को भी डाउनलोड किया जा सकता है अधिकतर ड्राईवर एजुकेशनल फाइल के रूप में होता है जिसे क्लिक करते ही इनस्टॉल शुरू हो जाता है पहले यह सुनिश्चित कर लिया जाता है कि इनस्टॉल किया जा रहा ड्राईवर हार्डवेयर के उपयुक्त है भी या नहीं आमतोर पर जब भी कोई नया ड्राईवर इनस्टॉल करे तो याद रखे कि इसके बाद कंप्यूटर को रिबूट जरुर करे हार्डवेयर बनाने वाली कम्पनी की वेबसाइट पर उस कम्पनी द्वारा बनाया गये हार्डवेयर से सम्बंधित डिवाइस ड्राईवर मिल सकता है डिवाइस ड्राईवर अपडेट के लिए माइक्रोसॉफ्ट विंडोज अपडेट फीचर का भी प्रयोग आप कर सकते है तो ये थे डिवाइस ड्राईवर के बारे में कुछ बेसिक जानकारी अगर आपके पास इस बारे में कोई सवाल है तो आप comment के माध्यम से पूछ सकते है
Add Comments