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रक्तदान के फायदे

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रक्त दान के लाभ हैं रक्तदान से जुड़े तथ्य (Facts related to blood donation se rakt daan ke labh)
  • एक वयस्क पुरुष / स्त्री में 5-6 लीटर तक रक्त होता है।
  • कोई भी व्यक्ति हर तीन माह में रक्त दान कर सकता है।
  • रक्त में प्लाज्मा नामक प्रवाही होता है।
  • 450 मि.ली. रक्त से 3 लोगों का जीवन बचाया जा सकता है।
  • रक्त दान के लाभ, हर 2 सेकंड में भारत में किसी न किसी व्यक्ति को रक्त की आवश्यकता होती है।
  • भारत में रक्त दान योग्य व्यक्तियों में सिर्फ 4% ही रक्त दान करते हैं।
  • 75% व्यक्ति वर्ष में एक या दो बार रक्त दान करते हैं।
  • 3 में से 1 व्यक्ति को जीवन में कभी न कभी रक्त की आवश्यकता पड़ती है।
  • रक्त कोशिकाओं के प्रकार:
  • श्वेत रक्त कोशिकाएं जो रोगों से रक्षा करती हैं।
  • प्लेटलेट्स जो रक्त के बहने पर रक्त का थक्का जमा देते हैं।
  • रक्त दान के लाभ, लाल रक्त कोशिकाएं जो फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर प्रत्येक कोशिका में पहुंचाती हैं और कार्बनडाइऑक्साइड को वापस फेफड़ों तक लाती हैं।

रक्त दान के फायदे हैं शरीर का तेज़ी से दोबारा रक्त बनाना (Blood recovery process or khoon dene ke fayde)

  • 24-48 घंटे में पूर्ण मात्रा में प्लाज्मा।
  • लाल रक्त कोशिकाएं – 3 सप्ताह के अन्दर।
  • प्लेटलेट्स एवंहल्की रक्त कणिकाएं –मिनटों में।
  • रक्त दान के फायदे, रक्तदान पूर्णतः सुरक्षित होता है।
  • रक्त दान के गुण, रक्त दान एक बहुत ही सरल और पुण्य का काम है।
  • रक्त दान के गुण, रक्त दान में सिर्फ 15-20 मिनट लगते हैं।
  • रक्त दान के फायदे, आप किसी का जीवन बचा सकते हैं रक्त दान करके।

रक्त दान करने के लाभ (Benefits of blood donation)

  • रक्तदान से किसी का जीवन बचाया जा सकता है।
  • नियमित रक्तदान से कुछ बड़ी शारीरिक समस्याओं को कम किया जा सकता है जैसे कोरोनरी ह्रदय रोग,स्ट्रोक, कोलेस्ट्रोल इत्यादि।
  • रक्त दान करने के लाभ, नयी रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में वृद्धि।
  • हीमोक्रोमिटोसिस के साथ संपर्क सहज होता है, कैलोरी जलती हैं।
  • नियमित रक्त दान करने वाला व्यक्ति आवश्यकता पड़ने पर सहजता से रक्त पा सकता है।
  • रक्त की जांच की नियमित होते रहती है।
  • समाज के प्रति कर्त्तव्य का निर्वाह होता है।
  • रक्त दान करने के लाभ, किसी का जीवन बचने की आत्म संतोष की भावना उत्पन्न होती है।
  • रक्त दान करने के पश्चात अपने नित्य कर्म किये जा सकते हैं।

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