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बीरबल का लौटना Return of Birbal

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एक बार बीरबल को फारस के राजा से उनके शहर कुछ काम के लिए न्योता आया। बीरबल ख़ुशी के साथ वह गए।
बीरबल को अच्छा खाना के साथ साथ अच्छे उपहार भी फारसी रजा ने प्रदान किये।
शाम को खाना के समय एक ने बीरबल से एक आमिर व्यक्ति ने प्रश्न किया कि आप फारस के राजा को अपने राजा से कैसे तुलना करते हो।
बीरबल ने ख़ुशी के साथ उत्तर दिया – “आपके राजा पूरा चाँद हैं” और “हमारे राजा एक चौथाई चाँद हैं”। यह सुन कर सभी फारसी लोग बहुत खुश हुए।
जब बीरबल  कुछ दिनों बाद अपने राज्य लौटे तो महाराज अकबर बहुत ही क्रोधित हुए बोले, ” तुम देशद्रोही हो। मेरे राज्य से निकर जाओ।
यह सुन कर बीरबल घबरा गए और पूछने लगे मुझसे ऐसी क्या गलती हुई महाराज। अकबर ने उस चाँद वाली बात के बारे में बताया जिसके बारे में अकबर को अन्य लोगों से पता चला था।
बीरबल ने हँसते हुए उत्तर दिया, “नहीं महाराज मैंने आपको छोटा नहीं कहा था। पूरा चाँद हमेशा डूब जाता है जबकि एक चौथाई चाँद धीरे-धीरे बढ़ता है। मेरे कहने के मतलब है की फारसियों की ताकत ख़त्म होने वाली है और आपकी ताकत दिन ब दिन बढ़ते चले जा रहा है।अकबर को यह जान कर अपनी गलती का एहसास हुआ और बीरबल को दण्डित किये हुए चीजों को भूल जाने को कहा।
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