Advertisemen
एक बार एक जंगल में सिहं रहता था। वह उस जंगल का राजा था। एक बार वह अपने गुंफा में सो रहा था। तभी एक छोटा सा चूहा सिहं के ऊपर चढ़ कर उचल-उचल कर कूदने लगा। जैसे ही सिहं की नज़र खुली उसने झट से अपने पंजों में उस चूहे को पकड़ लिया।
जैसे ही चूहा सिहं के हाथ में पकड़ा गया वह जोर-जोर से चिल्ला-चिल्ला कर क्षमा मांगने लगा और बोलने लगा – मुझे छोड़ दीजिये – छोड़ दीजिये आगे से ऐसी गलती मैं और कभी नहीं करूंगा, क्या पता मैं भी कभी आपके काम आ सकता हूँ।
सिहं ने उस चूहे की इस बात को गौर किया और उसे छोड़ दिया।
कुछ दिनों बाद कुछ शिकारी आये और उन्होंने एक जाल लगाया। बदकिस्मती से वह सिंह उस जाल में फंस गया और बचाओ-बचाओ कहने लगा।
उसी समय वही चूहा कहीं जा रहा था। जब उसने देखा कि सिहं जाल में फंस गया है और वह मुश्किल में है उसने अपना तरकीब लगाया। उस चूहे ने पूरे जाल को कुतर कर सिहं को आज़ाद कर दिया।कहानी से ज्ञान (Moral) – जीवन में दया और क्षमा से बड़ा कोई चीज नहीं। जीवन में मदद करने वाले को ही मदद मिलता है।
Add Comments