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पूजा के दौरान दीपक जलाने से होते हैं ये स्वास्थ्य फायदे

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आप सुबह पूजा करते हैं कि नहीं...?
आपका जवाब हां होगा।
 लेकिन केवल हाथ जोड़ते हैं कि, अगरबत्ती जलाते हैं या दीपक जलाते हैं...?
 इसका जवाब जो भी हो आपकी आदत है। लेकिन जब ये आदत आपको स्वस्थ रखने में मदद करे तो इसे करने से पीछे भी नहीं हटना चाहिए। आज हम बात करने वाले हैं दीपक जलाने के फायदों के बारे में। क्या आपको मालुम है कि घी का दीपक जलाने से केवल मंदिर की ही शोभा नहीं बढ़ती अपितु स्वास्थ्य भी निरोग रहता है। इसके बारे में विस्तार से इस लेख में पढ़ें।

हिंदु परंपरा में पूजा के दौरान दीपक जलाने की मान्यता है। दीपक वह पात्र है, जिसमें घी या तेल रख कर सूत में ज्योति प्रज्वलित की जाती है। पारंपरिक तौर पर केवल मिट्टी के दीये जलाये जाते हैं लेकिन अब लोग घर में धातु के दीये भी जलाने लगे हैं। दीपक जलाने के पीछे बुजुर्ग तर्क देते हैं कि इससे घर का अंधकार दूर होता है। लेकिन इनके फायदों के बारे में विज्ञान में भी पुष्टि की गई है।

करता है एयर प्यूरीफायर का काम
दीपक के ज्योत का धुंआ घर के लिए एयर प्यूरीफायर का काम करता है बशर्ते आपने दीपक घी या तेल(सरसों) का जलाया हो। घी और तेल की सुगंध घर की हवा में मौजूद हानिकारक कणों को बाहर निकालती है। साथ ही दीपक की तरंगे घर में मौजूद उदासीनता को दूर करने में मदद करती है। माना जाता है कि तेल के दीपक का असर दीपक के बुझने के आधे घंटे बाद तक वातावरण में रहता है। वहीं घी का दीपक, बुझने के बाद करीब चार घंटे तक आसपास के वातावरण को सात्विक बनाए रखता है। इससे अस्थमा के मरीजों को भी काफी फायदा पहुंचता है।

रोग दूर भगाए
दीपक घर से बीमारियों को भी दूर करने में मददगार होता है। खासकर जब आप दीपक के साथ जब एक लौंग जलाते हैं तो इसका दोगुना असर होता है। घी में चर्मरोग दूर करने के सारे गुण होता है। इस कारण माना जाता है कि घी का दीपक जलाने से घर के रोग दूर भागते हैं। इसके जरिये प्रदूषण दूर होता है। घी का दीपक जलाने से पूरे घर को फायदा होता है। चाहे उस घर का कोई व्यक्ति पूजा में शामिल हुआ हो या ना हुआ हो। दरअसल जब दीपक में उपस्थित घी अग्नि के संपर्क में आता है तो वातावरण को पवित्र बना देता है।

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