-->

पाचन शक्ति बढ़ाने के देसी नुस्खे

Advertisemen
चयापचय आपकी जीवनशैली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, इसलिए स्वस्थ शरीर पाने के लिए चयापचय में सुधार लाना बेहद जरूरी है। आहार में नींबू, लहसुन, दलिया को शामिल करके चयापचय को बढ़ाया जा सकता है।
ओरिफ्लेम इंडिया की पोषण विशेषज्ञ सोनिया नारंग ने ज्यादा प्रयास किए बिना चयापचय सुधारने के लिए आहार में शामिल किए जाने वाले खाद्य पदाथोर्ं के बारे में ये जानकारियां दी है :
ग्रीन टी : चयापचय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, इसमें कैटेचिन पोली$फेनॉल्स पाई जाती है। इसमें कैलोरी नहीं होती और यह विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन सी और विटामिन बी युक्त होती है, जो मैगनीज का अच्छा स्रोत होती है। यह भूख को कम करती है और रक्त का थक्का बनने से रोक कर खराब कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करती है। यह दिल की बीमारियों से बचाती है।
एग व्हाइट (अंडे का स$फेद हिस्सा) : इसमें अमीनो एसिड होता है जो चयापचय को बढ़ाता है, यह वसा, कैलोरी और कोलेस्ट्रॉल मुक्त होता है। यह प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है, उत्तकों का मरम्मत करता है। यह हड्डियों, मांसपेशियों और कोशिकाओं के ब्लॉक को निर्मित करता है। एग व्हाइट में विटामिन बी2 भी होता है जो चयापचय क्रियाओं को बढ़ाने में सहायक होता है।
नींबू : यह एक प्राकृतिक डिटॉक्सीफायर है। यह लीवर व शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल देता है।
दलिया : यह एक स्वास्थ्प्रद नाश्ता होता है। दलिया में फाईबर ज्यादा होता है, जो पाचन के लिए फायदेमंद है। दलिया विटामिन बी1, बी5 और बी6 पाया जाता है।

अदरक : तीन घंटे में चायपचय क्रिया को 20 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है। यह माहवारी के दौरान होने वाली दर्द व ऐंठन, दिल की बीमारियों, सदीर् व फ्लू, यात्रा से हुई थकान और माॄनग सिकनेस को दूर करता है।
बादाम : इसमें फैटी एसिड होता है, जो चयापचय को बढ़ाता है। विटामिन ई से भरपूर होने के कारण यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
ब्रोकोली : यह कैल्शियम और विटामिन सी से भरपूर होने के कारण चयापचय को बढ़ाता है। 
इसमें कम कैलोरी होता है और इसमें विटामिन ए और विटामिन के भी पाया जाता है।
पालक : स्वास्थ्य को लिए बहुत फायदेमंद होता है। विटामिन के युक्त होने के कारण इसकेसेवन से हड्डियां मजबूत रहती हैं। इसमें पाए जाने वाले विटामिन ए से आंखों की रोशनी बढ़ती है। पालक आयरन, मैग्नीज कॉपर और जिंक जैसे खनिज पदार्थों का अच्छा स्रोत होता है।
लहसुन : वसा को कम कर चयापचय क्रिया को बढ़ाता है, इसके सेवन से मुंहासों, दाग धब्बों से छुटकारा मिलता है, यह कैंसर से बचाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। यह विटामिन बी6 और विटामिन सी से समृद्ध होता है।
सेब : इसमें पाया जाने वाला पेक्टिन चयापचय क्रिया को बढ़ाता है। क्वेरसेटिन, एपिकेटेचिन, प्रोसियानिडिन बी2 और विटामिन सी युक्त होने के कारण यह एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। 

>