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अभी सर्दियां ठीक से गई भी नहीं हैं लेकिन गर्मियों ने दस्तक दे दी है. फरवरी माह में ही लोगों को गर्मी का अहसास हो गया है.
अभी तो गर्मियों की सिर्फ शुरूआत है लेकिन मौसम विभाग ने दी है एक बुरी खबर. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल गर्मी का मौसम कुछ अधिक गर्म रहने वाला है. मौसम के जानकारों ने आने वाले दिनों में पूरे देश में तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान लगाया है और हालत यह है कि जनवरी का महीना पिछले 116 सालों में सबसे अधिक गर्म रहा.
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने सीजन ‘मार्च से मई’ के लिए जारी अपने ग्रीष्मानुमान में कहा है कि कई राज्यों में गर्मी की शिद्दत बहुत ज्यादा रहने वाली है.
विभाग ने कहा कि देश का पश्चिमोत्तर हिस्सा सबसे अधिक प्रभावित रहेगा जहां तापमान सामान्य से एक डिग्री से भी ज्यादा रहेगा. देश के बाकी हिस्से में तापमान सामान्य से उपर रहेगा.
आईएडी ने कहा कि सामान्य तापमान से एक डिग्री ज्यादा तक तापमान देश के सभी मौसम संबंधी उपसंभागों में बने रहने की संभावना है. पश्चिमोत्तर भारत अपवाद है जहां तापमान सामान्य से एक डिग्री से भी ज्यादा रह सकता है. गर्मी के प्रकोप वाले वाले मुख्य क्षेत्रों में सामान्य से अधिक प्रतिकूल स्थितियां रहने की संभावना है.
सामान्य से अधिक तामपान वाले क्षेत्र में पंजाब, हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना शामिल हैं.
लू वाले मूल क्षेत्र में मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, महराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र और आंध्रप्रदेश आते हैं.
वर्ष 2016 सन् 1901 के बाद सबसे गर्म साल रिकार्ड किया गया. पिछले साल राजस्थान के फालौदी में पारा 51 डिग्री तक चला गया था जो देश में अबतक का सबसे अधिक तापमान है.
पिछले साल प्रतिकूल मौसम के चलते 1600 से अधिक लोगों की जान गयी. इनमें 700 लोगों ने लू के चलते अपनी जान गंवायी.
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